Environment
एनएचपीसी की पश्चिम बंगाल स्थित परियोजनाओं में विश्व पर्यावरण दिवस 2020 के आयोजन की झलकियां
तीस्ता लो डैम III पावर स्टेशन तीस्ता लो डैम III पावर स्टेशन में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधरोपण के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नवसर्जित रामबी पार्क में पाम का पौधा लगा कर जैविक खाद डाला गया और पौधरोपण की शुरुवात की गई । पावर स्टेशन के अधिकारियों द्वारा विभिन्न प्रकार के पौधे लगा कर उनमें जैविक खाद डाला गया। उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों से जैव विविधता को बचाने की अपील की गई। कोविड 19 महामारी के प्रसार को देखते हुए सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करते हुए सामाजिक दूरी के साथ मास्क पहन कर कार्यक्रम में भाग लिया गया। Teesta Low Dam-IV Power Station The World Environment Day, a global celebration campaign which take place on 5th June, every year for awareness and positive environmental impact, was observed at TLD-IV P.S., Kalijhora by NHPC officials in collaboration with CISF officials with he theme for this year’s celebrations of the World Environment Day i.e. “Biodiversity”. In line with the theme for this year’s Environment Day “Biodiversity”, a total of 250 plant saplings were distributed to CISF officials for plantation of saplings at the Power House area during monsoon season. Saplings of plants such as Ashoka, ...
Photograph of the Week
The Thirteenth Session of the Conference of the Parties to the Convention on the Conservation of Migratory Species of Wild Animals (CMS COP-13), a global platform for the conservation and sustainable use of migratory animals and their habitats, was hosted by India from 15th-22nd February 2020 at Mahatma Mandir Convention & Exhibition Centre, Gandhinagar in Gujrat. CMS brings together the countries through which migratory animals pass and lays the legal foundation for internationally coordinated conservation measures throughout a migratory range. The convention was inaugurated by the Hon’ble Prime Minister on 17.02.2020. According to UNEP website, this was the first CMS COP which was inaugurated by a host-country Head of Government. In his opening address, the Prime Minister noted that the conservation of wildlife and habitats has long been part of the cultural ethos of India. India has been a party to CMS since 1983. As per the UNEP website, CMS COP13 was the largest ever in the history of the Convention, with 2,550 people attending including 263 delegates representing 82 Parties, 11 delegates from 5 non-Party countries, 50 representatives from United Nations agencies, 70 representatives of international NGOs, 127 representatives of national NGOs and over 100 members of ...
पर्यावरण वार्ता (अंक – 10)
प्रवासी जीव जगत के संरक्षण को लेकर 13वां कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज़ अर्थात कॉप-13, गुजरात के गांधीनगर में 15 से 22 फरवरी, 2020 के मध्य आयोजित हुआ। कोप-13 आयोजन का उद्घाटन टेलेकोन्फ्रेंसिंग के माध्यम से माननीय प्रधान मंत्री ने दिनांक 17 फरवरी को किया था। भारत, वर्ष 1983 मे कन्वेंशन ऑन माईग्रेटरी स्पीसीज़ के लिए हस्ताक्षर किए हैं। कॉप-13 आयोजन का विषय था - “प्रवासी प्रजातियां पृथ्वी को जोड़ती हैं और हम मिलकर उनका अपने घर में स्वागत करते हैं”। आयोजन का लोगो दक्षिण भारत के पारंपरिक आर्टफ़ॉर्म 'कोलम' से प्रेरित था। इसका शुभंकर, "जीबी - द ग्रेट इंडियन बस्टर्ड" बनाया गया था जो की गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजाति है। कॉप-13 आयोजन के माध्यम से जीवों के आवास-विखंडन, प्लास्टिक प्रदूषण, पक्षियों की अवैध हत्या, ऊर्जा और सड़क संरचना आदि विषयों पर चर्चा की गई, जिससे कि धरती से लुप्त होते प्रवासी प्रजातियों को सुरक्षित वातावरण मुहैया कराया जा सके। एनएचपीसी ने भी इस आयोजन में प्रतिभागिता की तथा इस अवसर पर लगाई गई प्रदर्शनी मे हिस्सा लिया। एनएचपीसी द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी के माध्यम से देसी-विदेशी आगंतुक निगम द्वारा किए जा रहे पर्यावरण संरक्षण-संवर्धन के उपायों से परिचित हुए। भारत की तीन प्रजातियां ग्रेट इंडियन बस्टर्ड, एशियन एलिफेंट और बंगाल ...