Environment
पार्बती-III पावर स्टेशन, बिहाली में “पालीथीन प्रयोग के खिलाफ” स्वच्छता मोबाईल वैन का परिचालन एवं “पालीथीन: पर्यावरण का शत्रु” विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता के साथ “पालिथीन मुक्त भारत” का संकल्प
“स्वच्छता ही सेवा” कार्यक्रम के अंतर्गत “पालीथीन प्रयोग से बचें” विषय पर सामान्य जन को जोड़ने के उद्देश्य से दिनांक 23-09-2019 को एनएचपीसी के पार्बती-III पावर स्टेशन, बिहाली से “स्वच्छता मोबाईल वैन” को रवाना किया गया। इसके माध्यम से पावर स्टेशन के आस-पास स्थित पंचायतों में पालिथीन के प्रयोग से होने वाले हानि को प्रभावशाली तरीकों से समझाया गया और पालिथीन के प्रयोग को रोकने की मुहिम चलाई गई । दिनांक 25-09-2019 को पार्बती-III में “स्वच्छता ही सेवा” कार्यक्रम के अंतर्गत पार्बती- III पावर स्टेशन द्वारा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सैन्ज के छात्रों के मध्य “पालीथीन : पर्यावरण का शत्रु” विषय पर “चित्रकला प्रतियोगिता ” का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 50 बच्चों ने भाग लिया । दिनांक 26-09-2019 को राजकीय हाई-स्कूल, सारी में छात्रों व अध्यापक के साथ मिलकर “पालिथीन मुक्त भारत” के संकल्प को “स्वच्छता शपथ” के रूप में दिलवाया गया । साथ ही पालिथीन के प्रयोग से होने वाले नुकसान के बारे में छात्रों को अवगत कराते हुये पालिथीन के प्रयोग से बचने की अपील की गई ताकि आने वाले कल को संवार कर महात्मा गांधी के स्वच्छ व स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण का स्वप्न साकार किया जा सके। कार्यक्रम का संयोजन श्री विशाल शर्मा, वरिष्ठ प्रबंधक पर्यावरण ...
स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं पर्यावरण : टनकपुर पावर स्टेशन में “स्वच्छ भारत पखवाड़ा” का आयोजन
एनएचपीसी के टनकपुर स्थित पावर स्टेशन में दिनांक 16-31 अगस्त’2019 तक “स्वच्छता पखवाड़ा” के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों के माध्यम से कर्मचारियों/अधिकारियों व उनके परिवारों, विद्यार्थियों और स्थानीय लोगों में स्वच्छता एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा किया गया ताकि आस-पास के वातावरण को स्वच्छ, सुंदर एवं स्वस्थ बनाने में सभी योगदान दे सकें। अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा पावर स्टेशन व आवासीय परिसर स्थित विभिन्न स्थलों जैसे खेल मैदान, अतिथि भवन, प्रशासनिक भवन आदि स्थानों में गहन स्वच्छता अभियान चलाया गया। एनएचपीसी केन्द्रीय विद्यालय -2, बनबसा में विद्यार्थियों को स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करने के उदेश्य से “स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं पर्यावरण विषय” पर निबंध व स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन कर विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।केन्द्रीय विद्यालय में विद्यार्थियों के बीच स्वच्छता के प्रति जागरूकता एवं पर्यावरण के प्रति जुड़ाव पैदा करने के उदेश्य से “स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं पर्यावरण” विषय पर विद्यार्थियों के साथ संवाद भी स्थापित किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने अपनी जिज्ञासाओं और बेहतरीन विचारों को उत्साहपूर्वक रखा। एनएचपीसी केन्द्रीय विद्यालय एवं एनएचपीसी नर्सरी विद्यालय परिसर में सफाई अभियान चलाया गया एवं प्रदूषण मुक्त स्वस्थ पर्यावरण के लिए वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। "राजनीतिक स्वतंत्रता से ज्यादा जरूरी स्वच्छता है" - महात्मा गांधी ...
पर्यावरण शब्दकोष (5)
Photograph Source : https://www.cree.com/about/sustainability/environment क्र. शब्द अर्थ 1 अपरदन (Erosion) अपरदन/कटाव एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा भूमि की सबसे ऊपरी सतह गुरुत्वाकर्षण बल या अन्य गतिशील कारकों जैसे हवा, पानी, बर्फ या जीवित जीवों द्वारा (जैव क्षरण के मामले में) क्षतिग्रस्त होकर अन्य स्थान पर भेज दी जाती है। यह एक आंतरिक प्राकृतिक प्रक्रिया है लेकिन कई स्थानों पर यह मानव द्वारा भूमि उपयोग संबंधी गलत प्रथाओं में वृद्धि के कारण होता है ,जैसे वनों की कटाई, निर्माण गतिविधि और सड़क या पगडंडी का निर्माण आदि। जल, अपरदन का सबसे आम कारक है क्योंकि पृथ्वी की सतह पर यह असीम मात्र में मौजूद है। 2 अवायवीय (Anaerobic) अवायवीय का अर्थ है "ऑक्सीजन के बिना"।मनुष्यों के विपरीत, अवायवीय जीवों/प्रक्रियाओं को जीवित रहने/कार्य करने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती है। ये ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में जीवित, सक्रिय, घटित व विद्यमान रहते हैं। 3 अजैविक कारक (Abiotic Factor) पर्यावरण के ऐसे निर्जीव हिस्से जो अक्सर जीवित जीवों पर व्यापक प्रभाव डालते हैं, अजैविक करक कहलाते हैं जैसे-पानी, दृश्यमान प्रकाश , हवा, मिट्टी, तापमान इत्यादि। अजैविक कारक पर्यावरण में गैर-जीवित रासायनिक और भौतिक तत्व हैं जो जीवों के साथ-साथ पारिस्थितिक तंत्र को भी प्रभावित करते हैं। पारिस्थितिक तंत्र ...