Photograph Source : https://www.cree.com/about/sustainability/environment
क्र. | शब्द | अर्थ |
1 | अपरदन
(Erosion) |
अपरदन/कटाव एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा भूमि की सबसे ऊपरी सतह गुरुत्वाकर्षण बल या अन्य गतिशील कारकों जैसे हवा, पानी, बर्फ या जीवित जीवों द्वारा (जैव क्षरण के मामले में) क्षतिग्रस्त होकर अन्य स्थान पर भेज दी जाती है। यह एक आंतरिक प्राकृतिक प्रक्रिया है लेकिन कई स्थानों पर यह मानव द्वारा भूमि उपयोग संबंधी गलत प्रथाओं में वृद्धि के कारण होता है ,जैसे वनों की कटाई, निर्माण गतिविधि और सड़क या पगडंडी का निर्माण आदि। जल, अपरदन का सबसे आम कारक है क्योंकि पृथ्वी की सतह पर यह असीम मात्र में मौजूद है।
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2 | अवायवीय (Anaerobic) |
अवायवीय का अर्थ है “ऑक्सीजन के बिना”।मनुष्यों के विपरीत, अवायवीय जीवों/प्रक्रियाओं को जीवित रहने/कार्य करने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती है। ये ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में जीवित, सक्रिय, घटित व विद्यमान रहते हैं।
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3 | अजैविक कारक (Abiotic Factor) |
पर्यावरण के ऐसे निर्जीव हिस्से जो अक्सर जीवित जीवों पर व्यापक प्रभाव डालते हैं, अजैविक करक कहलाते हैं जैसे-पानी, दृश्यमान प्रकाश , हवा, मिट्टी, तापमान इत्यादि। अजैविक कारक पर्यावरण में गैर-जीवित रासायनिक और भौतिक तत्व हैं जो जीवों के साथ-साथ पारिस्थितिक तंत्र को भी प्रभावित करते हैं। पारिस्थितिक तंत्र के हिस्से के रूप में ये कारक इसमें रहने वाली चीजों को प्रभावित करते हैं ।
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4 | अल नीनो
(El-nino) |
अल नीनो, वैश्विक प्रभाव के साथ मौसम के स्वरुप पर प्रशांत महासागर में उपस्थित एक जलवायु चक्र है। यह जलवायु चक्र तब शुरू होता है जब पश्चिमी उष्णकटिबंधीय प्रशांत महासागर में समुद्र की सतह का तापमान विस्तारित अवधि के लिए सामान्य स्तर से ऊपर बढ़ जाता है एवं गर्म पानी दक्षिण अमेरिका के तट की ओर भूमध्य रेखा के साथ पूर्व की ओर बढ़ जाता है। सामान्य रूप से, यह गर्म पानी इंडोनेशिया और फिलीपींस के पास अवस्थित होता है। एल नीनो के दौरान, प्रशांत क्षेत्र की सबसे गर्म पानी की सतह उत्तर-पश्चिमी दक्षिण अमेरिका के तट पर बनती है।व्यापारिक हवाएं और वातावरण भी अल नीनो से प्रभावित होती हैं।
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5 | उत्सर्जन
(Emission) |
तकनीकी रूप से, उत्सर्जन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा वायुमंडल में अवयव निस्तारित किए जाते हैं। लेकिन ज्यादातर इसे हवा में छोड़ी जाने वाली प्रदूषित गैसों के तौर पर संदर्भित किया जाता है जैसे कि ग्रीनहाउस गैस या बिजली संयंत्रों और कारखानों से निकलने वाला धुआँ।
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6 | ऊर्जा पिरामिड
(Energy pyramid) |
ऊर्जा पिरामिड जिसे कभी-कभी पारिस्थितिक पिरामिड या उष्णकटिबंधीय पिरामिड भी कहा जाता है, एक समुदाय में ऊर्जा प्रवाह का एक चित्रमय मॉडल है। इसके विभिन्न स्तर जीवों के विभिन्न समूहों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो एक खाद्य श्रृंखला हो सकती है। ऊर्जा का प्रवाह नीचे से ऊपर की ओर चलता है एवं धीरे-धीरे कम हो जाता है क्योंकि ऊर्जा का उपयोग प्रत्येक स्तर पर जीवों द्वारा किया जाता है।
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7 | ऊष्मीय द्वीप
(Heat island) |
शहरी क्षेत्र जैसे-जैसे विकसित होते हैं, उनका परिदृश्य बदलता जाता है। इमारतें, सड़कें और अन्य बुनियादी ढाँचे खुली भूमि और वनस्पति की जगह लेते हैं। वे स्थान जो कभी पारगम्य और नम थे, अभेद्य और शुष्क हो जाते हैं। इन परिवर्तनों के कारण शहरी क्षेत्र अपने ग्रामीण परिवेश की तुलना में गर्म होकर उच्च तापमान के “द्वीप” / ऊष्मीय द्वीप में तब्दील हो जाते हैं।ऊष्मीय द्वीप बनने के कई कारण हैं। जब घरों, दुकानों और औद्योगिक भवनों का निर्माण एक साथ किया जाता है, तो एक ऊष्मीय द्वीप बनने की संभावना हो सकती है। निर्माण सामग्री आमतौर पर गर्मी को अवशोषित करने में बहुत अच्छी होती है जिससे इमारतों के आसपास के क्षेत्र गर्म होकर ऊष्मीय द्वीप का निर्माण करते हैं ।
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8 | एजेंडा 21
(Agenda 21) |
एजेंडा 21 – संयुक्त राष्ट्र प्रणाली, सरकारों और प्रमुख समूहों के संगठनों द्वारा वैश्विक, राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर कार्रवाई की एक व्यापक योजना है जिसके अंतर्गत हर वह क्षेत्र सम्मिलित है जहां पर्यावरण पर मानव द्वारा प्रभाव डाला जाता है।एजेंडा 21, पर्यावरण और विकास पर संयुक्त राष्ट्र के रियो शिखर सम्मेलन (जून 1992) से उत्पन्न प्रमुख दस्तावेजों में से एक है। यह एक व्यापक कार्ययोजना है जिसे संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन द्वारा वैश्विक, राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर संयुक्त राष्ट्र प्रणाली के संगठनों द्वारा लेने की सिफारिश की गई और 178 से अधिक सरकारों द्वारा अपनाया गया था।
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9 | ओजोन मंडल
(Ozonosphere) |
ऊपरी वायुमंडल की परत जहां अधिकांश वायुमंडलीय ओजोन गैस केंद्रित है, ओजोन मंडल कहलाती है। यह पृथ्वी के ऊपर लगभग 8 से 30 मील (12 से 48 किमी) पर अवस्थित है। यहाँ अधिकतम ओजोन सांद्रता लगभग 12 मील (19 किमी) की ऊंचाई तक होती है।इस क्षेत्र में ओजोन ऑक्सीजन अणुओं के फोटोलिसिस से उत्पन्न होता है और नाइट्रोजन, क्लोरीन, और हाइड्रोजन के ऑक्साइड से होने वाली प्रतिक्रियाओं से नष्ट हो जाता है। ओजोन के मजबूत यूवी विकिरण अवशोषण स्पेक्ट्रम के कारण ओजोन परत प्रभावी रूप से 290 nm से अधिक तरंग दैर्ध्य के यूवी विकिरण को पृथ्वी की सतह पर प्रवेश से रोकती है।
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औद्योगिक अपशिष्ट (Industrial waste)
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औद्योगिक संचालनों/कारखानों से उत्सर्जित ठोस, अर्ध-ठोस, तरल, गैसीय, अवांछित या अवशिष्ट पदार्थ (खतरनाक या बायोडिग्रेडेबल कचरे के बगैर) औद्योगिक अपशिष्ट कहा जाता है। यह जैवनिम्नीकरण या अजैवनिम्नीकरण दोनों प्रकार का होता है एवं पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है। |
– पूजा सुन्डी
सहायक प्रबंधक ( पर्या. )
“अपने अंदर की स्वच्छता पहली चीज है जिसे पढ़ाया जाना चाहिए। बाकी बातें इसके बाद होनी चाहिए।” – महात्मा गांधी
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