टनकपुर पावर स्टेशन में पावन पर्व “हरेला पखवाड़ा” का शुभारंभ 20 जूलाई 2019 को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ किया गया। टनकपुर पावर स्टेशन द्वारा औषधीय उद्यान पर बनाई गई नवीनतम विवरणिका (brochure) का विमोचन किया गया। विवरणिका के द्वारा टनकपुर पावर स्टेशन के औषधीय उद्यान व परिसर में मौजूद पौधों के उपयोगिता की जानकारी दी गई है। इसके विमोचन का मुख्य उद्देश्य औषधीय पौधों के संवर्धन एवं इसकी उपयोगिता का प्रचार-प्रसार करना है जिससे कि प्राचीन चिकित्सा की विरासत को संरक्षित किया जा सके। हरेला पखवाड़ा के अंतर्गत आवासीय परिसर, बैराज परिसर, सिल्ट इजेक्टर, पावर हाउस के विभिन्न खाली स्थानों पर फलदार, औषधीय एवं सजावटी पौधों की 10 प्रजातियों के करीब 250 पौधों का रोपण किया गया। साथ ही साथ करीब 300 फलदार पौधों का वितरण भी स्थानीय लोगों मे किया गया जिससे आस-पास की हरियाली बनी रहे तथा लोगों में पौधारोपण के प्रति जागरूकता बढ़े। विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते हुए लोगों में पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति जागरूकता हेतु दिनांक 27.07.2019 को नुक्कड़ नाटक, लोकसंगीत व व्याखान का आयोजन किया गया। पर्यावरण संरक्षण पर व्याखान तथा बेथनी जीवन धारा, टनकपुर के कलाकारों द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर नुक्कड़ नाटक, जागृति गीत, औषधीय पौधों की उपयोगिता, शुन्य कचरा, औषधीय पौधों द्वारा कीटनाशक दवा बनाने के तरीकों आदि विषयों पर लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए श्री मनोज कुमार कुशवाहा, व. प्रबन्धक (पर्यावरण) ने हरेला पखवाड़ा कार्यक्रम के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के लिए टनकपुर पावर स्टेशन के द्वारा चलाये जा रहे कार्यों की महत्ता एवं इसके उपयोगिता के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी। एनएचपीसी के द्वारा किए जा रहे इन कार्यक्रमों से स्थानीय लोगों मे पर्यावरणीय जागरूकता के प्रति चेतना काफी बढ़ी है । टनकपुर पावर स्टेशन मे भी स्थानीय परम्परा, संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस पर्व को पौधरोपण उत्सव, पर्यावरणीय जागरूकता पखवाड़ा के रूप में मनाया गया।