धौलीगंगा पावर स्टेशन

धौलीगंगा पावर स्टेशन द्वारा कार्यालय परिसर व इसके समीपवर्ती गाँव तपोवन छिरकिला बांध परिसर में जनसामान्य और ग्रामीण बालक-बालिकाओं के साथ मिलकर बांध परिसर के पास के ग्राम खेत के राजकीय अन्तर कॉलेज परिसर में भी फलदार पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का सन्देश दिया गया।विश्व पर्यावरण दिवस समारोह के द्वारा पर्यावरण संरक्षण हेतु जनसहभागिता पर बल देते हुए प्रकृति को बचाए व बनाए रखने की अपील की गई।कार्यक्रम के दौरान कोरोना संक्रमण (कोविड-19) से बचाव के दृष्टिगत गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सामाजिक दूरी का पूर्णतया पालन किया गया।

 

कोटलीभेल जलविद्युत परियोजना

कोटलीभेल (चरण-1ए) जलविद्युत परियोजना द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस-2020 का आयोजन हर्षोल्लास के साथ संपन्न किया गया।कोरोना संक्रमण (कोविड-19) से बचाव के दृष्टिगत गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए एक सेमिनार (संगोष्ठी) का आयोजन भी किया गया।सेमिनार के माध्यम से पर्यावरण संबंधी मुद्दे, पृथ्वी पर मानव जाति के अस्तित्व और उसके समस्त क्रियाकलापों से जुड़ी होने के कारण पर्यावरण संरक्षण के प्रति “वन” व “वन्य प्राणियों” की सुरक्षा, धरती को स्वच्छ एवं प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए पोलिथीन / प्लास्टिक कचरे के अलावा अजैविक कचरे को उचित ठिकाने लगाने व भूःस्खलन, वन्य-संरक्षण, झीलों, नदियों और वन्य जीव-जंतुओं के संरक्षण के माध्यम से पर्यावरण की रक्षा करने की ओर विशेष बल दिया गया। पर्यावरण संरक्षण हेतु पौधरोपण, जल संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के प्रति कटिबद्धता हेतु कार्मिकों को प्रतिज्ञा दिलाई गई । सेमिनार के पश्चात सभी कार्मिकों द्वारा वृक्षारोपण किया गया और सभी उपस्थित जनों को एक पौधा भी भेंट किया गया।

 

टनकपुर पावर स्टेशन

टनकपुर पावर स्टेशन में विश्व पर्यावरण दिवस – 2020 उत्साहपूर्वक पौधारोपण के साथ मनाया गया ।समारोह में विगत कुछ सालों में बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण से उत्पन्न विभिन प्रकार के आपदाओं पर चर्चा करते हुए इसके समाधान हेतु अधिकाधिक पौधों को लगाकर उनके देखभाल की अपील की गई । इस अवसर पर कोविड 19 से उत्पन्न महामारी से मानव अस्तित्व पर संकट एवं सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन से पर्यावरण में हुए सुधार पर भी चर्चा की गई। जैव-विविधता एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु विशेष तौर पर औषधीय पौधों के संरक्षण तथा विकास पर बल दिया गया। प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन से उत्पन्न समस्याओं पर प्रकाश डाला गया।जैव-विविधता एवं पर्यावरण संरक्षण को शक्तिशाली बनाने हेतु अधिकाधिक पौधरोपण करने की प्रतिबद्धतता के साथ आवासीय परिसर में रुद्राक्ष के पौधे के अलावा औषधीय व फलदार (लीची, आम, नींबू, नीम, कचनार, तेजपात,करौंदा आदि ) के करीब 30 पौधौं का रोपण किया गया ।इस कार्यक्रम के दौरान केंद्र सरकार द्वारा जारी कोविड -19 के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करते हुए सामाजिक दूरी का ध्यान रखा गया ।

 

श्री मनोज कुमार कुशवाहा, वरिष्ठ प्रबन्धक (पर्यावरण) द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस की आवश्यकता तथा जैव-विविधता, कोरोना संक्रामण, स्वच्छता एवं कचरा प्रबंधन पर लोगों को जागरूक किया गया।उनके द्वारा जैव-विविधता, पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न उपायों पर चर्चा की गई ताकि आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ एवं समृद्ध पर्यावरण उपलब्ध कराया जा सके ।