निगम मुख्यालय, फरीदाबाद में दिनांक 19 अगस्त 2019 को आयोजित कार्यक्रम में माननीय अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक महोदय श्री बलराज जोशी द्वारा पर्यावरण एवं सामाजिक उत्तरदायित्व पहलुओं को प्रदर्शित करने वाली डॉक्यूमेंट्री “एनएचपीसी  – जहाँ संरक्षण एक परंपरा है”  का अनावरण किया गया। इस अवसर पर निदेशक (परियोजनाएं), श्री रतीश कुमार, निदेशक (वित्त), श्री एम.के. मित्तल, निदेशक (तकनीकी), श्री जनार्दन चौधरी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे। इस डॉक्यूमेंट्री का निर्माण कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन डिवीजन द्वारा पर्यावरण और विविधता प्रबंधन विभाग के साथ मिलकर कराया गया है।

 

माननीय अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक महोदय ने अपने व्याख्यान में कहा कि एनएचपीसी स्थापना के बाद से हमेशा पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति संवेदनशील दृष्टीकोण रखता रहा है।हम जलविद्युत के माध्यम से स्वच्छ और हरित ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। जागरूकता पैदा करने के लिए एनएचपीसी द्वारा निरंतर किए जा रहे पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न पह्लुओं को हितधारकों के बीच सार्वजनिक करने की आवश्यकता है। उन्होंने एनएचपीसी में पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्य, जैसे कि जलग्रहण क्षेत्र उपचार, जैवविविधता संरक्षण, मलबा निपटान क्षेत्र की बहाली, प्रतिपूरक वनीकरण, मत्स्य प्रबंधन आदि पह्लुओं के साथ-साथ पुनर्वास और पुनर्स्थापना के सामाजिक उत्तरदायित्व के सशक्त प्रचार-प्रसार हेतु इस डॉक्यूमेंट्री को एक सशक्त माध्यम बताया ।

 

मुख्य महाप्रबंधक (पर्यावरण), श्री हरीश कुमार ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि जलविद्युत न्यूनतम पर्यावरणीय प्रभाव के साथ ऊर्जा का सबसे स्वच्छ, सहज एवं स्थायी स्रोत है। एनएचपीसी पर्यावरण संबंधी सभी वैधानिक मानदंडों और शर्तों का अनुपालन कर रहा है । एनएचपीसी द्वारा किए जा रहे पर्यावरणीय पहलों का व्यापक प्रचार सुनिश्चित करने के लिए जलविद्युत परियोजनाओं के विकास से जुड़े मिथकों और आशंकाओं को दूर करना महत्वपूर्ण है जिसके लिए डॉक्यूमेंट्री एक उचित माध्यम है ।

 

Documentary Link (English)   Documentary on Environmental Aspects : Where conservation is a Tradition

Documentary Link (Hindi)   पर्यावरणीय पहलुओं पर डॉक्यूमेंट्री : जहाँ संरक्षण एक परंपरा है