एनएचपीसी, निगम मुख्यालय में दिनांक 14/01/2021 को ‘रिमोट सेंसिंग तथा जीआईएस प्रयोगशाला’ का उद्घाटन श्री ए.के. सिंह, सीएमडी, एनएचपीसी द्वारा सभी निदेशकगणों और वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया।
इस अवसर पर श्री ए.के. सिंह ने कहा कि एनएचपीसी आधुनिक तकनीकों के प्रयोग के लिये हमेशा प्रतिबद्ध रहा है और यह प्रयोगशाला हमारे निगम की पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता को भी प्रदर्शित करती है तथा निगम में अंतरिक्ष चित्रों के माध्यम से पर्यावरण की बेहतर मॉनिटरिंग और अध्ययन संभव हो सकेगा।
अपने स्वागत उद्बोधन में कार्यपालक निदेशक श्री एन एस परमेश्वरण ने यह जानकारी प्रदान की कि विभाग द्वारा प्रयोगशाला का आरम्भ करने के साथ ही रिसर्च एवं डेवलपमेंट के तहत दो परियोजनाओं को अध्ययन के लिये लिया है- पहली: “रंगित परियोजना का निर्माण पश्चात आंकलन और अंतरिक्ष चित्र आधारित पर्यावरण अध्ययन।“ दूसरी: “परियोजना के तहत सेवा-II परियोजना का सामाजिक-आर्थिक अध्ययन” किया जा रहा है।
इसी कड़ी में श्री गौरव कुमार, उप महाप्रबंधक (पर्यावरण) ने “रिमोट सेंसिंग एवं जीआईएस प्रयोगशाला की स्थापना एवं उपयोगिता पर एक प्रस्तुति प्रदान की जिसमें समग्रता से प्रयोगशाला के उद्देश्य, संचालित परियोजनायें व अब तक किये गये कार्यों की क्रमवार जानकारी प्रदान की गयी। कार्यक्रम का समापन में श्री वी आर श्रीवास्तव, महाप्रबंधक (योजना-पर्यावरण) के द्वारा दिये गये धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। कार्यक्रम का संचालन श्री राजीव रंजन प्रसाद, वरिष्ठ प्रबंधक (पर्यावरण) द्वारा किया गया।
इस रिमोट सेंसिंग प्रयोगशाला की स्थापना एनएचपीसी के पर्यावरण एवं विविधता प्रबंधन विभाग द्वारा की गयी है। इसे आरम्भ किये जाने का उद्देश्य अपनी सभी परियोजनाओं के पर्यावरण पर सतत निगरानी रखना है साथ ही इस माध्यम से रिसर्च और डेवलपमेंट कार्यों को आगे बढाना है। रिमोट सेंसिंग एक ऐसी उन्नत तकनीक है जिसके माध्यम से बिना किसी भौतिक सम्पर्क के पृथ्वी के धरातलीय रूपों और संसाधनों का अध्ययन, वैज्ञानिक विधि से किया जाता हैं। कोविड की परिस्थितियों को देखते हुए यह कार्यक्रम विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्पन्न हुआ।
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